श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे को अपने आधिकारिक आवास से भागने के कुछ घंटे बाद, हजारों आंदोलनकारीओ परिसर में घुसे और जमकर विरोध प्रदशन किया। कुछ आंदोलनकारियों को स्विमिंग पुलमें तैरते हुए देखा गया।
कुछ प्रदर्शनकारियों को जहां नारे लगाते हुए देखा गया, वहीं कुछ को वीडियो बनाते हुएभी देखा गया।
देशभर के प्रदर्शनकारियों आर्थिक बर्बादी से बचाने में सरकार की विफलता पर नाराजगी व्यक्त करने के लिए बसों, ट्रेनों और ट्रकों में राष्टपति भवन तक पहोच गए है। इसे देखते हुई राष्ट्रपति को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम पर एक “Gota go home” ऐसा स्लोगन का उपयोग करते हुए नारे लगाए।
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। लेकिन विरोध प्रदशनमे ज्यादा लोग होने की वजहसे विरोध प्रदर्शन में दो पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 21 लोग घायल हुए है।
खराब समय पर कर छूट, परियोजनाओं में खराब निवेश और कोविड-प्रेरित प्रतिबंधों के कारण श्रीलंका महीनों से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। लोग मार्च से राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
आर्थिक संकट को दूर करनेके लिए भारत एव अन्य पडोसी देशो ने भी खूब सारा सपोर्ट किया था भारत ने पेट्रोल और डीज़ल के कई टेंकर श्रीलंका भिजवायेथे ताकि वो आर्थिक संकटसे बहार आ शके।
अब तो आनेवाला टाइम ही बता पायेगा की श्रीलंका इस स्थिति से बहार आता है की स्थिति और भी बदतर हो जा रही है।
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