सतर्कता का एक कदम! मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार ने जारी किए दिशा-निर्देश, राज्यों को दिए विशेष निर्देश

मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामले सामने आतेही केंद्र सरकार ने राज्यों को मंकीपॉक्स दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है।

60 से अधिक देशों में फैले मंकीपॉक्स वायरस के संबंध में कई राज्य पर्याप्त उपाय नहीं कर रहे हैं और उन्हें कोई परवाह नहीं है, ऐसा व्यवहार कर रहे है। केंद्र सरकार ने राज्यों को फिर से चेतावनी दी है और दिशा-निर्देशों के अनुसार पहले जारी किया गया महत्वपूर्ण कदम उठाने का निर्देश दिया है। हालांकि केंद्र सरकार पहले भी राज्य सरकारों को मंकीपॉक्स से आगाह कर चुकी है, लेकिन राज्यों ने बताए गए उपायों में से कोई भी कदम नहीं उठाया, इसलिए सरकार ने उन्हें फिर से चेतावनी दी।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को लिखा खत

मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को कुछ निर्देश जारी किए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक निर्देश जारी कर राज्यों से मंत्रालय के पहले के दिशानिर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है। भूषण ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्यों को संपर्क, संपर्क ट्रेसिंग और अन्य निगरानी गतिविधियों जैसे केस डिटेक्शन, टेस्टिंग, आईपीसी प्रोटोकॉल, क्लिनिकल मैनेजमेंट आदि करने की आवश्यकता है।

संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग और जांच करे
उन्होंने कहा कि सभी राज्य सरकारों को सभी संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग और जांच (अस्पताल आधारित निगरानी के माध्यम से) करनी चाहिए। भूषण ने कहा कि मरीज को आइसोलेशन (जब तक कि सभी घाव दूर नहीं हो जाते और स्कैब पूरी तरह से बंद नहीं हो जाते)। अल्सर से बचाव, रोगसूचक और सहायक चिकित्सा, निरंतर निगरानी और जटिलताओं का समय पर उपचार मृत्यु दर को रोकने के मुख्य उपाय हैं। सरकार ने राज्यों को मंकीपॉक्स के संदिग्ध / पुष्ट मामलों को संभालने के लिए सुसज्जित चिन्हित अस्पतालों में पर्याप्त मानव संसाधन और लॉजिस्टिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के पत्र में राज्य को क्या सलाह दी ?

  • मंकीपॉक्स के संदिग्धों की जांच और उपचार
  • राज्यों को संपर्क ट्रेसिंग बढ़ाना
  • मंकीपॉक्स के लिए अस्पतालों को तैयार रखना
  • अस्पतालों में पर्याप्त स्टाफ का आश्वासन
  • चिकित्सीय और सहायक चिकित्सा, निरंतर निगरानी और जटिलताओं का समय पर उपचार

केरल में मिला मंकीपॉक्स का संदिग्ध मामला

दुनिया के कई देशों में पैर पसार रहे मंकीपॉक्स के संक्रमण ने लगातार चिंता की स्थिति पैदा कर दी है. भारत में भी कई सावधानियां बरती जा रही हैं। इनके बिच केरल में भी मंकीपॉक्स का एक नया संदिग्ध मामला सामने आया है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात से लौट रहे एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स के संदिग्ध लक्षण थे। जिसके बाद इसके नमूने जांच के लिए पुणे भेजे गए हैं।

60 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स का मरीज

WHO के अनुसार, मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है और इसके लक्षण चेचक के दर्दी के समान ही होते हैं। यह रोग ज्यादातर पश्चिमी और मध्य अमेरिका में पाया जाता है। लेकिन अब तक यह बीमारी 60 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है। इन देशों में मंकीपॉक्स के 10,400 से अधिक पुष्ट मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन में 12 जुलाई तक मंकीपॉक्स के 1735 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, वहीं स्पेन में मंकीपॉक्स के 2447 मामले सामने आ चुके हैं.

मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं?

इस बीमारी में बुखार, त्वचा पर लाल चकत्ते और सूजन जैसे लक्षण ज्यादातर देखने को मिलते हैं। कभी-कभी शुरुआत में त्वचा पर दर्द और रैशेज हो जाते हैं। शरीर पर लाल दाने भी पड़ जाते हैं। ज्यादातर मामलों में मरीज बिना किसी इलाज के ठीक हो जाता है।

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